राप्ती स्वास्थ्य विज्ञान प्रतिष्ठानम मोतीविन्दुके शल्यक्रिया सुरु

राप्ती स्वास्थ्य विज्ञान प्रतिष्ठान, घोराहीम मोतीविन्दुके शल्यक्रिया (अपरेसन)  सेवा सुरु हुइल बा ।

प्रष्तिष्ठानम नम्मा समयसे आँखाके उपचार हुइटी अइलसे फे शल्यक्रियाका सेवा निहुइल रह । प्रतिष्ठानक सूचना अधिकारी निशानदाजु भट्टराई यिह महिनासे मोतीविन्दुके शल्यक्रिय सुरु कर्लक् बटोइल । उहाँ आबसम पाँच जहनके  मोतीविन्दुके शल्यक्रिया कर्लक जनैल ।  यी सेवा सुचारु हुइलसंग घोराही बङ्गलाचुली छिमेकी जिल्ला सल्यान, रोल्पा, प्यूठान लगायतक नागरिकहुकन सहज हुइना सूचना अधिकारी भट्टराई बटोइल ।

यिहिसे आघ घोराही उपमहानगरपालिका, बङ्गलाचुली गाउँपालिका लगायतक नागरिकहुक्र आँखके शल्यक्रियाके लाग तुलसीपुर स्थित रक्षाचौर व लमही स्थित आँखके अस्पतालम जाइपर्ना बाध्यता रह । उहाँ आबठेसे प्रतिष्ठानम आँख रोग विशेषज्ञ डा। सुरेश रसाइली नियमित रूपम मोतीविन्दुके उपचारसँग शल्यक्रिया हुइना जानकारी डेल ।

अस्टक आँख रोग विशेषज्ञ  डा। रसाइली अट्वारक डिन्वासे मोतीविन्दुके शल्यक्रियाके सुरु कर्लक बटोइल । “यसआघ सामान्य अप्रेसन, उपचार त हुइटी आइलरह, उहाँकल, मै आइलपाछ मोतीविन्दुके शल्यक्रियाके सुरु कर्लक हुँ  ।” उहाँ आपन्हे गत पुस १ गतठेसे प्रतिष्ठानम ज्वाइन हुइलक बटोइल । उहाँके अनुसार मोतिविन्दुके शल्यक्रियाक लाग न्यूनतम दस हजार से ४० हजारसम खर्च लागठ । मोतीविन्दुके शल्यक्रियाक लाग लेन्स अनुसार खर्च हुइठा, डा। रसाइली कल, लेन्सके कौन क्वालिटी प्रयोग कर्ना हो, उह अनुसार खर्च हुइठा । उहाँ आधुनिक प्रविधिके माध्यमसे सहज तरिकाले मोतीविन्दुके शल्यक्रिया कर्टि अइलक बटोइल ।

आब अनुहारम हड्डी टुट्लक, आँसु नलीके अप्रेसन, आँखाके क्यान्सर अप्रेसन, कोस्मेटिक अप्रेसेन, जलविन्दुके अप्रेसन व मोतीविन्दुके अप्रेसन हुइटी अइलक डा। रसाइली जनैल ।

अग्रासन खबर

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