भुवन चौधरी
गोंरी डर्नाबाबा मोहनलाल उपाध्याय पौडेल व डाई जयन्ताउपाध्यायके क्वारम दशठो सन्तान मध्ये सबसे छोट्का सन्तानके रुपमविक्रम संम्वत २००१ साल पुस २७ गते दाङ जिल्लक तबहेक धर्ना गाउ विकास समितिके वडा नं २ सिसैपुर गाउँम जर्मलक नेत्रलाल अभागी छुटीमसे बरा तेज व चलाख रलह । हाइस्कुल पह्रबेरसे जो पहर्ना व पह्रैना काम शुरु कर्लक नेत्रलाल करिब ९ बरस मस्टर्वा बन्ल । मास्टरी काम व राजनिति संग संग कर्लक नेत्रलाल अभागीकेराजनीतिक जीन्गी जम्मा १९ वरस पुगलरलहिन । यिहिमफे ११ वरसत पुरा भूमिगत होके कठोर राजनीतिक नेगांई व डौराई हुँकहार राजनीतिक जीन्गीक उत्कर्षकेब्यालक रूपम लेह सेकजैठा । पार्टीके राजनितिक कामम खटल ब्याला भूमिगत अवस्थाम ४१ वरसके छुटी उमेरम देहावसन हुइलक नेत्रलाल अभागीउ जमानाम बि.ए. अनर्स सम्म अध्ययन कर्लक नेत्रलाल बहुमुखी प्रतिभाके धनी रलह । किसान, किसान नेता, जेहेन्दार व असल विद्यार्थी, सफल मस्टर्वा, साहित्यकार, कुशल राजनितिज्ञ लगायत ढेउर क्षेत्रम हुकहार असाधारण प्रतिभा व क्षमता रलहिन् । खास कैखे समकालिन दंगाली कम्युनिष्ट राजनितिके गुरु रलह नेत्रलाल अभागी । हुकहिन सक्कुजे माडसाव कैख चिनट ।आइ हम्रफे सक्कुजनक माडसावके प्रतिभा व क्षमताके बारेम चर्चा करी ।
जेहेन्दार व असल विद्यार्थीके रुपम नेत्रलाल
भारतके बनारसमसे विए अनर्स डिग्री हाशिल कर्लक नेत्रलाल पह्राईम बर टिक्खर रलह ।छुटीमसे पहर्नाम बर चलाख होके ध्यान डेना नेत्रलाल धर्ना स्कुलम पह्रबेर आपन संघरियागोचालीहुँक्र सक्कुजहिनसे टिक्खर रलह । घोराहीके भरतपुर स्कुलके होस्टलम ड्यारा लेख संगसंग पहर्लक दाङ अम्राई गाँउ हाल बाह्र बर्दियाके जोढीपुर गाँउम बैठ्ना ढुन्डीराज चौधरीक अनुभवम “नेत्रलाल पहर्ना व पहै्रना काम संग संग करट । दिनके स्कुल पह्र जैना, सानविहान टिउसन पह्रैना व रातके आपन कोर्षके विषय गृहकार्य कर्ना व पहर्ना काम करठ । चित्त निबुभ्mलक बाटम मस्टर्वनसे छलफल कैडर्ना नेत्रलाल गृहकार्य व कक्षा कार्य फे ट्वाकल समयम करके बुझाडारठ । पह्राईम अत्रा धेउर लगाम रलहिन कि उ नेगंटी नेगंटी फे किताब पह्रट । विस्ताराम सुटल ब्याला निनिडाइट सम फे पहर्टी रहट । कबु काल ट चर्पीम ह्याग गैल ब्याला फे पहर्लक सुनि हम्र । हेर्टी हेर्टी एक्क घचिम कविता लिखडर्ना नेत्रलाल आपन कोर्षक विषय व संग संग कोर्ष बाहेक भेटाइलसम और किताब व पत्रपत्रिका फे पह्रट । खास कैखे कम्युनिष्ट पार्टीके बारेम लिख्लक किताब पत्रपत्रिका ढेउरसे ढेउर पह्रट नेत्रलाल । मस्टर्वहुक्र डेलक कक्षा कार्य व गृहकार्य समयम बुझैना नेत्रलाल निजन्ना संघरियनफे सिखाडेहट । संघरियनके लाग फे बर सहयोगी रलह नेत्रलाल ।” असिक बुझबेर नेत्रलाल पहर्ना व पह्रैना, लिख्ना व लिखैनाम बर अव्वल रलह कह सेकजैठा ।
मस्टर्वक रुपम नेत्रलाल
नेत्रलाल अभागीक पारिवारिक अवस्था कमजोर रलहिन छुटी कक्षाम गाँउके लग्घ धर्ना स्कुलम जेनटेन पहर्के सेक्ख बरा कक्षा घोराहीक भरतपुर स्कुल पह्र अइल । शुरुम ट खिरिट्या गाँउक पछाांईक घरम बैठके पहर्लक नेत्रलाल पाछ भरतपुर स्कुलिक होस्टेल बैठके पह्र भिर्ल । उह ब्याला नौदस कक्षाम पह्रबेर जो अनौपचारिक रुपम पह्रैना काम शुरु कर्ल रलह नेत्रलाल । एस.एल.सी.परिक्षाडेक सेक्खपाछ बल्ल दाङ देउखरके गढवाम रलकमिडिल स्कुलके हेड मस्टर्वा होके औपचारिक रुपम पह्रैना कामम छिरल रलह । पाछ काठमाडौंम पह्र गैल ब्यालाम विक्रम संवत २०२१÷२०२२ म काठमाडौंके श्री धुम्रबराह बाल सह–शिक्षालयमा फे पह्रैलक रेकर्ड बटिन नेत्रलालके । काठमाडौंम आपन पह्राई ओराके २०२३ सालमअर्घाखाँची जिल्लाके चुत्राबेँसी त्रिवेणीपुरम रलक जनज्योति मा.वि.म मस्टर्वा बनके पह्राई भिर्ल । पाछ जाके उह स्कुलम हेड मस्टर्वा बन्ल । साहित्य व राजनितिम रुची रलक नेत्रलाल उ स्कुलम रहल ब्याला स्कुलिक मुखपत्र ‘आँकुरा’ छप्ना काम करल देखपर्ठा । वि.स.ं २०२४ सालओर दाङ नारायणपुर स्कुलम हेड मस्टर्वा चाहल रह याकर जिम्मा पदम शर्माहे डेगिल रह । पदम शर्मा अर्घाखाँची जाके नेत्रलाल अभागीसे बाटचिट कैखै लन्ल व हुकहिनदाङजिल्लाके नारायणपुरम रलक सिद्धरत्ननाथ प्रा.वि.के हेड मस्टर्वा बनैल । उहाँ उ स्कुलहे मजा बनाइक लाग अत्रा मेहनत कर्लकी २०२४ सालम जो सिद्धरत्ननाथ प्रा.वि. मा.वि.के स्विकृति पाडारल । नेत्रलाल हेड मस्टर्वा चलैना, पह्रैना काम केल निकरट, समय निकारखे उत्पीडित किसान हुकन जागरण लन्ना काम फे कर जाइट गाँउ गाँउम । खास कैखे कम्युनिष्ट पार्टीक प्रचार प्रसारके कामम फे सक्रिय रलह नेत्रलाल । नेत्रलालके गतिविधिसे उ ब्यालक पञ्चायती शोषकहुक्रखुसी निरलह । उह समयम २०२९ जेठ १६ गते रातके“बहुलाकाजीको सपना”कना नाटक डेखैना बहानाम नेत्रलालहे फसैना कैखकुछ जाली फटाहा पञ्चेहुक्र नारायाणपुर स्कुलिम आगी लगाडेल । खास बाट का रह कलसे २०२८ सालम पञ्चायती व्यवस्था शिक्षाम सुधार कर्ना कैखे “लौव शिक्षा” लागु कैरख्लाहा ज्याकर विरोधम नेत्रलालहुक्र ठहर्याइल रलह । एक ट भिट्टर भिट्टर कम्युनिष्ट राजनिति कर्ना औरओर सरकार अन्लक लौव शिक्षा कार्यक्रमके विरोध कर्ना करबेर टबहेक पञ्चायती राज्य व्यवस्थाके आँखीम खक्टा परलअस लागल रलहिन । उहओर्से का बहाना बनाके नेत्रलालहे फकल्ना हो कना योजना बनैटी रह उ ब्यालक राज्य व्यवस्था । जब २०२९ जेठ १६ गते स्कुलम आगी लागल टब “के खोच्छस कानो आँखो” कहल अस मौका हेरके अंंश्या लागल जाली फटहाहुँक्र आगी लग्लक आरोप, राजनिति कर्लक आरोपलगायत अन्य गतिविधि कर्लक आरोप लगाके २०३० साल साउन २४ गते मास्टरी पेशासे निक्राडेल। असिक सरकारसे निक्रवापैलक पाछ नेत्रलाल औपचारिक रुपम पह्रैना काम छोरके देश व जनतनके मुक्तिके लाग भुमिगत होके पुर्णकालिन रुपमक्रान्तिम लग्ल । असिक चानचुन नौ बरस जति औपचारिक रुपम पहै्रना पेशाम लग्लक नेत्रलाल अनौपचारिक रुपम ट जनतन्, किसानन् पह्रैटी रल । उह ट हुकहिन बच्चाठेसे बुह्राइल मनै फे माडसाव कैखै चिनट व माडसाव कैखै बलैना करट ।
मटावक रुपम नेत्रलाल
आपन गाँउ ठाँउ समाजम व्यवस्थापिका, कार्यपालिका, न्यायपालिकाके काम कर्ना, आपन गाँउ ठाँउक सुरक्षा कर्ना, संरक्षण कर्ना काम व समग्र विकासके अगुवाई कर्ना काम मटावक रठन । नेत्रलाल अभागीक समकालिन समयहन किल्क्वारबेर उहाँ कुशल मटावक रुपमा आपन भूमीका निर्वाह करल डेखपर्ठा ।नेत्रलालके चेलक रुपम संग संग किसान आन्दोलनम लग्लक दाङ अम्राइ गाँउक किसान नेता मंगल चैधरी कठ “नेत्रलालकेठे एक्ठो कुशल मटावकम रना सक्कु गुण व क्षमता रलहिन । उहाँ किसान, जनता हुकन् एक्कचो अर्जी करही कलसे सक्कुजान एक्क ठाँउम जुट जाइठ” । खास कैखे गाँउघर समाजम पर्लक सामुहिक कामम नेतृत्वदायी भूमीका निर्वाह कर्ना, जनतन न्यायँ डेना, जनतनके समस्या समाधान कैडेना, जनतनके सुख दुखम साथ डेना, जनतन सुरक्षा डेना, जनतनके संरक्षण कर्ना, जनतनजीन्गी जिना डग्गरके बारेम सिखैना, निजन्ना मनैन् पह्रैना लिखैना करल हुइलक ओरसे हुकहिन जनताहुक्र मटावा जसिन मानल रलह व हुकहार कलक बाटम विश्वास करट । कार्यकर्ताहुकन जिम्मेवारी बँट्ना, काम अह्रैना व अह्रैलक काम फत्ते परैना काममफे अभागीक नेतृत्वशैली कुशल रलहिन । नेत्रलालसे प्रभावित होखे युवा अवस्थाम किसान आन्दोलनम जोरगैलक दाङ मकुनडांडक मान बहादुर बस्नेत अन्ख्वार अनुभव सुनैठः “नेत्रलाल अभागी, शोभाराम बस्नेत, रोमहर्ष धिताल लगायतके नेता हुक्र किसान आन्दोलनके बारेम अस्परी पुर्ण बहादुर चौधरीके घरम बैठके छलफल कर्टी रलह हम्र युवा हुक्रफे रलही । कत्रा अँटगर बा कैखे रातके १२ बजेक समयम नेत्रलाल मही हापुर खोल्वम जाखे मुलक मनैया जरैलक कठ्वा लेके आ कैख अह्रैल । हुकहार अह्रैलक काम मै कैखे अइनु” । आपन कार्यकर्ता हुकन, जनताहुकन अह्रैना काम ओ अह्रैलक काम कराइसेक्ना काम फे कुशलतापुर्वक करट नेत्रलाल ।
क्रान्तीकारी किसान नेताके रुपम नेत्रलाल
वि.सं. २०३६ असार ४ गतेसे दाङ जिल्लाम सुरु हुइलक आन्दोलनके नेतृत्व नेत्रलाल करल रलह । वि.सं. २०३६ के यि किसान आन्दोलनके नेतृत्व कर्टी नेत्रलाल जिम्डर्वन, शोषक, सामन्तीनके भकारी फोरके किसानहुकन वँट्ना करट । हुकहार नेतृत्वम शोषकहुकन कर्या कजरा घँसडेना, जुवम नारखे हर बर्ढा बनाके जोत्ना, जटाउरम नारखे धान डैना जसिन जनकार्बाही फे हुइल रह कैख उ आन्दोलनम लग्लक मान बहादुर बस्नेत बटोइठ । किसानहुकन सङ्गठित कराखे मोही बेदखलीक विरुद्ध, सज्भ्mया जग्गाम जिम्डर्वनके हस्तक्षेपके बिरुद्ध किसान विद्रोह करैना नेत्रलाल हुइट । असिक हुइलक किसान आन्दोलनम नेत्रलाल अप्नहे फे संगसंग जैना पीडित किसानहुकन सहभागी करैना कैख किसानके विचम एकदम जनप्रिय हुइटी किसानहुकन वर्गीय चेतना व राजनीतिक जागरण लन्नाम क्रान्तिकारी काम कर्ल रलह ।
प्रगतिशिल साहित्यकारके रुपम नेत्रलाल
साहित्य श्रृजनाम नेत्रलाल निठक्ना जोढा हुइट । हुकहिन कविताम भ्याँट मिल्ठा, कविताम ब्वाल मिल्ठा, हुकहिनसे कविताम ¥वाय मिल्ठा, कविताम हाँस मिल्ठा । हुकहार कवितामा मनैन्के जीन्गी सल्बलाइल रठिन । दाङके किसान, थारू समुदाय, उत्पीडित वर्गनके घरम आश्रय लेना, हुकन संग बैठ्ना, संग खैना, संग काम कर्ना, हुकन्हक भाषम सुख दुःखक बाट बट्वइना हुकहार बानी रलहिन । किसानन्के समस्या, हुकन्हक सुख दुख, हुकन्हक पिर मर्का एकदम लग्घसे देख्ल रलह नेत्रलाल । उह ओर्से हुइ हुकहार हरेक श्रृजनाम किसानन्के मन ब्वालल मिल्ठा, गरिवनके आवाज ब्वालल मिल्ठा, उत्पिडत बर्गके आक्रोश ब्वालल मिल्ठा । शोषक सामन्ति जिम्डर्वनके विरुद्धम आक्रोश झल्कठा, थिचोमिचो अन्याय अत्याचारसे मुक्ति पाइक लाग सामुहिक व संगठित लराई लर्ना, संघर्ष कर्ना बाटम अडिक रलह नेत्रलाल । डरैना मनै, डरप्वाक मनैन्से क्रान्ति सम्भव नै हो कना बाटम स्पष्ट रलह नेत्रलाल । उह ओर्से त क्रान्ति सफल पारक लाग मनैन् निडर बनाइक लाग “सतिसाल मात्र ठिंग उभिन सक्छ” कना प्रगतिशिल कविता लिख्ल नेत्रलाल । और जहिनके दुःख पिडाम साथ डेना नेत्रलालके श्रृजनाम उत्पिडनम पर्लक जनतनके दुख पिडाके संग संग आशा ओ भरोसा ब्वाकल रठिन । हुकहार कवितामा जीन्गी व जगत् रठा, वेदना रठा, आँस फे रठा, रकट व पस्ना फे रठा । तब्बोपर हार खाके रुइलक बिलौना नि कर्ल हुइट नेत्रलाल । हुकहार रचनाम अंंढरियमसे अजरारहोर पुग्ना डग्गर देखाइल बटिन, अजरार भविष्यहोर पुग्ना आशा व विश्वास झल्कठन् नेत्रलालके श्रृजनाम ।
सांस्कृतिक अभियान्ताके रुपम नेत्रलाल
कम्युनिष्ट आन्दोलनके गुर्या कही या डह्रार संस्कृति हो । नेत्रलालके समकालीन समयम सामन्तवादी संस्कृतिके जर बरा बल्गरसे अंट्कल पली रह । उहाँ असमानतापुर्ण सामन्तवादी संस्कृतिहे हर्वाके समाजवादी संस्कृतिहे हरेक घर समाजम लान पर्ठा कना अभियान्ता हुइट । पुरान असमानतापूर्ण संस्कृतिके जर उखारके फँक्ना ओ लौव समतामुलक संस्कृतिहे भिट्टर छिरैना चिज सांस्कृतिक अभियान नैचलाके सम्भव नैहो । खास कैखे सामाजिक न्याय सहितके जनमुखी संस्कृति बनैनाम लौव इटा ठप्ल बट नेत्रलाल । अप्न डिया जरलहस जरखे हेप्वा पैलक वर्ग हुकन्हक मुक्तिके लाग हुकन आघ बह्रैना सांस्कृतिक अभियान चलैल नेत्रलाल अभागी । हेप्वा पैलक वर्गहुकन सम्मान कैखै हुकन आपन मुक्तिके लाग अप्नहे लर पर्ठा कना जागरण आनके लौव समतामुलक संस्कृति बनैनाम ढेरसे ढेर योगदान डेरख्ल नेत्रलाल । खेलके नियम बड्ल पर्ठा कना अभागी कम्युनिष्ट पार्टीके नेता कार्यकर्ताहुक्र काम कैख डेखाइपर्ठा कना बाटम स्पष्ट रलह । भाषण व बाट केल कैख जनतनके समस्या समाधान नैहुइठ कना नेत्रलाल स्वयं अप्नहे जो जनताहुक्र ज्या काम कर्टीबाट उह कामम जनतनसे संग संग कर भिरल हुइलक ओरसे जनता किसानन्के विश्वास जिट सफल हुइलक हुइट । अर्टि उपदेश केल डेना काम ट कोर्हेनके हो कना नेत्रलाल रात विरात जव हुइलसेफे समस्याम पर्लक जनता किसानन्के घरम डेख परठ ।
वर्ग प्रेमीके रुपम नेत्रलाल
नेत्रलालसे संग पहर्लक व संग पह्रैलक ढुन्डीराज चौधरी कठ नेत्रलाल प्राय जसिन थारु किसानके घरम बैठट् । आधारभूत वर्ग खास कैख गरिब किसानके घरम आश्रय लेना हुकाहर आदत रलहिन । हुकन्हक भन्सम खैना कबुकाल अप्नहे पकैना । पुस माघके ठन्डीमफे पैरक गोन्ड्रीम चड्री ओहरके रात कटैना कर्लक नेत्रलाल कबुकाल किसान हुकनसे खेट्वा बारीम काम कर फे जा जाइट । जनता जसिक जियल बट ओस्टहक निजिखे जनता व किसानन्के मन जिट निसेक्जाई व जनतनके मन निजिटखे हुकन्हक मुक्तिम साथ डेह निसेकजाई कना बुझाइ व व्यवहारके स्पष्ट कार्यशैली रलहिन नेत्रलालम । उत्पीडित बर्ग हुकन कत्रा मैया करट कना बाट “बर्ग प्रेम” कना कवितामसे व्यक्त कैरख्ल नेत्रलाल । आपन लाग कौनो फे सुविधा निमग्ना सद्धभर संघरिया, गोचालीहुकन आघ ढर्ना मजा गुण खास कैखे कम्युनिस्ट गुण व मजा गर्धुर्यक गुण रलहिन नेत्रलालकेठे । मुलक दुई वरस आघ बरभारी बेराम परल ब्याला जनता, सघरिया, गोचाली, कै कविला हुकन्हक लाग आपन स्वाचल अनुसार कर निसेक्लक बारेम हुकाहार मन साहित्यिक भाषम् असिक बेल्सल रलहिन ः यदि यि ब्याला मै मुअम कलसे महि एक्कठो बाटम चिन्ता लग्ने बा कि मै चाहल अनुसार जनतनके सेवा कर निपैनु । मटावक ठाँउम ठहर्याके । प्रतिक्रियावादीहुकन सखाप पारके देखपर्ना अजरारहोर मुन्टा कैखे आपन वर्ग डाडु भैयाहुकनसे मीठमीठ बाट कर निपैनु ।
कुशल राजनितिज्ञके रुपमनेत्रलाल
पह्रबेर फे राजनिति व संघर्षके बारेम सोच्ना, संघर्ष बिना उत्पीडित कसिानहुक्र मुक्ति पाइ निसेकही कना सोच्टी रना नेत्रलाल पौडेल ‘अभागी’के १९ वरस लम्वा राजनीतिक जीवनके ११ वरस ट भूमिगत होके विटल रलहिन । नेत्रलाल अभागी विक्रम सम्वत २०११ सालसे कम्युनिष्ट राजनीति सुरु कर्लक बाट महेन्द्र महक लिख्ठ । विद्यार्थी रलक समयम जो राजनितिम लग्लक नेत्रलाल मस्टर्वा रहल व्याला फे राजनिति नै छोर्ल । अर्घाखाँचीम पह्राइबेर वि.सं.२०२३ सालसे पह्रैना काम व राजनिति संग संग लैगैल । नेत्रलाल २०२३ सालम जो नेपाल कम्युष्टि पार्टीक सदस्यता पास्याकल रलह । वि.सं. २०२४ सालम आपन जिल्ला घुम्लक नेत्रलाल जिल्ला कमिटीके सल्लाहकार बन्ल । असिक २०३० सालसम पार्टीके कबु कुन ट कबु कुन बठा पैटी रलक नेत्रलालहे मस्टर्वा फे बन्ना राजनिति फे कर्ना कैख २०३० सालम उ ब्यालक पञ्चायती शासक हुकहिन मस्टर्वमसे निक्राडेल ।वाकर पाछ नेत्रलाल पूर्णकालिन भूमिगत होके आपन राजनितिहे निरन्तरता डेल।
नेत्रलालके संग संग मस्टर्वा व राजनिति कर्लक घोराही ७ बेशाही गाँउक सेनराज साह कठ “नेत्रलालके भुमिगत रहल ब्यालाजो हुइलक झापा आन्दोलनहे चौम (चौथो महाधिवेशन) से व्यक्ति आतंकवाद, उग्र दुस्साहसवाद कैख गरैना करबेर नेत्रलालहुक्र उ आन्दोलनहे आलोचनात्मक समर्थन करल देख पर्लक ओरसे चौमसे दाङ जिल्ला कमिटी विघटन कैडेहल । टव नेत्रलाल चौमके नेताहुक्र मोहनविक्रम सिंह व निर्मल लामासे अन्तरपार्टी संघर्ष चलाइ पाइ पैना अर्जी निमन्लक ओरसेनेत्रलालके अगुवाईम दाङ जिल्ला कमिटी शन्देश समूह गठन कैख राजनिति आघ बह्रैल” । पाछ नेत्रलाल लगायत दंगाली बामपन्थीहुक्र विसं. २०३४ चैत्र २० गते आप्न चौम छोर्लक घोषणा कर्ल । वाकर पाछ पछि २०३५ मंसिर २७ गतेकदिन शन्देश समूह कोकेम मिलल । उहदिन गठन हुइलक दाङ जिल्ला संगठन कमिटीके सचिव चुन गैल नेत्रलाल पौडेल ‘अभागी’ । यिह कोके २०३५ पुस ११ गतेसे नेकपा (माले) बनल रह । ज्याकर जिल्ला कमिटी सचिवम नेत्रलाल निरन्तरता डेल । एक वरस पाछ २०३६ सालमा नेत्रलाल नेकपा (माले) को केन्द्रीय सचिव चुनगैल । आपन सक्कु जुनी पार्टी व समाजके परिवर्तन व रुपाणतरके लाग निडराके इमान्दार होकेकाम कर्लक नेत्रलाल २०४१ साल जेठ ६ गतेक दिन पार्टी कामके लाग दाङसे देउखर जाँइबेरउ ब्यालक चैलाही गाविस ठरिकोट फेँदीके बौराहा खोल्वकलग्घ सुक्याखोल्वम हुकाहार मुलक खबर सक्कुओर फैलल ।
असिक सारा जुनी देश व जनता खासकैखे किसानन्के न्याय वे समानता पक्षम राजनिति कर्लक नेत्रलालसे छुटीमुटी समय विटैलक प्रगतिशिल साहित्यकार मोदनाथ प्रसित लिक्ठ“नेत्रलाल कर्लक सारा काम आनक लाग, देश ओ जनतन्के लाग, विश्वभरिक श्रमिक हुकन्हक लाग कर्ल । नेत्रलाल एक्ठो सामान्य मनैया निहोख कुशल राजनितिज्ञ हुइट ।आज नेपाली कम्युनिष्ट आन्दोलन हुकहार कलक डग्गरम न्याँगटा ।”
जनतन्विश्वास कर्ना वमैगर मैया कर्ना आपन पहिचान बनैलक नेत्रलाल जिही जिही भेट्ल सक्कु जहिन वैचारिकरुपम प्रभावित कैखे छोर्ल । खास कैखे दङाली किसान समुदायकेमाझम कम्युनिष्ट पार्टीहे बल्गर करैना चिजम उहाँके बरा भारी योगदान बटिन कटी अजय शर्मा लिक्ठ “आज जहा–जहा कम्युनिष्ट पार्टीक प्रभाव बा उ ठाँउम नेत्रलाल पस्ना पुहैलक हुइट । सक्कु जुनी संघर्षम विटैलक, नेत्रलाल कबुफे व्यक्तिगत व परिवारके लाग निकर्ल, हुकहार संघर्ष खाली देश व जनतनके लाग सर्मपित रलहिन, निरङ्कुशता,अन्याय, अत्याचार, शोषण, दमन व उत्पीडनसे मुक्ति पाइक लाग रह । उह जोढा सद्धभर जनतनके मैगर नेता बनल, विद्यार्थीनके मैगर मस्टर्वा बनल, मस्टर्वनके मैगर गोचाली बनल, बालबच्चाहुकन्हक मैगर संघारी बनल, युवाहुकन्हक मैगर प्रेरणा बनल, कविलाहुकन्हक भर पर्ना मनैया बनल, बूह्राइल मनैन्के आस्था बनल, सक्कु जहिनके “मस्टर्वा” (माड्साब) बनल । न्याय र समानताके लाग लर्लक नेत्रलाल, शोषण, दमन, अन्याय व अत्याचारके विरोध कर्लक नेत्रलाल सक्कु जनक अगुवा मटावा बनल ।
संयोजनकारी भूमिकाम नेत्रलाल
नेत्रलाल अभागी दंगाली कम्युनिष्ट आन्दोलनके अगुवाई कर्नासे आघ दंगाली राजनिती खासकैख कम्युनिष्ट पार्टी शिक्षित परिवार, पहर्लक मनैन्के बीचम केल साँक्कीर होख बैठल रह । असिक साँक्कीर हुइलक पार्टीहन आधारभूत वर्ग, गरिव जनता व आम किसानन्के घर अंगनाम पुगैना काम नेत्रलालके विशेष योगदान हो । शिक्षित मनैन्के घ्याँर भिट्टर रलक पार्टीहे चाँक्कीर बनैना काम नेत्रलालके पहलकदमीम हुइलक हो । समकालिन राजनितिम कम्युनिष्ट पार्टीम पहर्लक शिक्षित मनै व निपहर्लक अशिक्षित मनैन्के विचम गहिर खोल्टी रह । ओसिन ब्यालम समन्वयकारी व संयोजनकारी भूमिका निर्वाह कैख शिक्षित ओ अशिक्षित मनैन् एक्क ठाँउम लानके कम्युनिष्ट पार्टीहे मलजल डारखे कजर्यार बनैना काम नेत्रलाल कर्ल रलह ।
सक्कु जहिन खुसी पारके मिलाके काम कर्ना व करैना सवालम नारायाणपुर स्कुलम संगसंग पह्रैलक सेनराज शाह कठ “नेत्रलाल माविके हेड मस्टर्वा रलह मै प्राविके, स्कुल बनैना जिम्मा हमारठे आइल, स्कुलिक लाग कठ्वा चहना हुइल, कठ्वा ब्वाक पर्ना हुइल, उ ब्याला कठ्वा बोक्ना साधन नैरह, ओसिन ब्याला कठ्वा कसिक लन्ना कना विषयम छलफल करबेर नेत्रलाल बर समन्वयकारी भूमिका निर्वाह कैखे स्कुलिक सक्कु मस्टर्वा, मस्टन्र्यन, बर कक्षक बिद्यार्थीहुकन, अविभावक हुकन सक्कुजहिन मिलाख लैजाख बन्वमसे कठ्वा बोक्खे स्कुलिम आनखे घर बनैलही । सक्कुजहिन मिलाख लैजैना खुवी रलहिन नेत्रलालकेठे” ।
ओरौनी
पहर्ना व पह्रैनाम अव्वल, लिख्ना व लिखैनाम अव्वल, साहित्यम अव्वल, नेतृत्व कर्नाम अव्वल, दर्शनम अव्वल, राजनितिम अव्वल नेत्रलाल पौडेल अभागी खास कैखे आपन व्यत्तिगत स्वार्थहे पाछ ढैखे सद्धभर देश, जनता, उत्पीडित किसान, श्रमिक बर्गके परिवर्तन व रुपाञ्तरणम लग्ल । अन्याय, अत्याचार, शोषण, दमनम पर्लक जनतन न्याय डेहकलाक सद्धभर अग्रणी मोर्चाम ठह्र्याके नेपाली कम्युनिष्ट पार्टीके जग बल्गर बनैनाम बर भारी योगदान डेलक नेत्रलाल प्रयोग कर्लक जनमुखी शैली, न्याय व समानताके अस्त्र पार्टी प्रयोग निकरल रहट कलसे सायद कम्युनिष्ट पार्टी नेपालम अत्रा झट्टहे अत्रा बराभारी नि हुइने रह । यि पृथ्वीम बैठ्ना अधिकांश मनै समानताके पक्षपाती बट । सक्कुजे खाइ पाइपर्ठा,े सक्कुजे लगाइ पाइपर्ठा,े सक्कुजनक बैठ्ना बास हुइपर्ठा । शिक्षा–स्वास्थ्य र रोजगारीम सक्कुजनक समान हक व अवसर पाइपर्ठा कना विषय कम्युनिष्ट पार्टीक सार्वभौम नियम हो । यी बाटम कम्युनिष्ट पार्टी कदापी सम्झौता कर निस्याकी कना बाटहे मस्टर्वा रहल ब्याला फे मस्टर्वा निरहल ब्याला फे गाँउ गाँउ वस्ती वस्तीम प्रचार कर्टी नेत्रलाल नेङ्ल । आपन दृढ संकल्पम कबु निठक्नाअमर जोढा नेत्रलाल सद्धभर सक्कु जनतनके पृय माडसाव बनके यि धर्तीमसे छुटी उमेरम अवासन हुइल ।
लेखक बुद्धिजीवी परिषद दाङके इन्चार्ज हुइट